देश के दो बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक – पंजाब नेशनल बैंक (PNB) और बैंक ऑफ इंडिया (BOI) ने हाल ही में अपने लोन की ब्याज दरों में कटौती करने का फैसला लिया है। इस बदलाव का सीधा असर आम जनता पर पड़ सकता है, खासकर उन लोगों पर जो होम लोन, पर्सनल लोन या कार लोन लेने की सोच रहे हैं या पहले से लोन ले चुके हैं।
क्या हुआ बदलाव?
PNB और BOI दोनों ने अपनी मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) को घटा दिया है। MCLR वह दर होती है जिस पर बैंक अपने ग्राहकों को लोन देता है।
- PNB ने अपने MCLR को 5 से 10 बेसिस पॉइंट तक घटाया है।
- BOI ने भी विभिन्न अवधि के लोन पर ब्याज दरों में 5 से 10 बेसिस पॉइंट तक की कमी की है।
(1 बेसिस पॉइंट = 0.01%)
नई MCLR दरें
अवधि | PNB नई MCLR | BOI नई MCLR |
---|---|---|
Overnight | 7.95% | 8.00% |
1 महीना | 8.05% | 8.10% |
3 महीने | 8.20% | 8.25% |
6 महीने | 8.30% | 8.35% |
1 साल | 8.40% | 8.50% |
क्या होगा असर?
1. पुराने लोन पर असर:
अगर आपका लोन MCLR से जुड़ा है, तो बैंक के अगले रीसेट डेट पर आपको कम EMI चुकानी पड़ सकती है।
लेकिन अगर आपका लोन फिक्स्ड रेट पर है, तो आपके लिए कोई बदलाव नहीं होगा।
2. नए लोन पर फायदा:
जो लोग नया होम लोन या पर्सनल लोन लेने की सोच रहे हैं, उन्हें अब थोड़ा सस्ता लोन मिल सकता है। ब्याज दर कम होने से EMI भी कम होगी।
3. EMI में राहत:
उदाहरण के तौर पर, अगर आपने ₹30 लाख का होम लोन लिया है 20 साल के लिए, और ब्याज दर 0.10% घटती है, तो आपकी EMI में ₹150-₹200 की कमी हो सकती है।
क्यों की गई कमी?
ब्याज दरों में कटौती के पीछे कई वजह हो सकती हैं:
- RBI की नीतियां: फिलहाल RBI ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है, लेकिन बाजार में नकदी की स्थिति को देखते हुए बैंकों पर लोन सस्ता करने का दबाव है।
- ग्राहकों को आकर्षित करना: त्योहारों के मौसम से पहले बैंक नए ग्राहकों को आकर्षित करना चाहते हैं, इसलिए ब्याज दरें कम की जा रही हैं।
- प्रतिस्पर्धा: निजी बैंकों से मुकाबले में भी सरकारी बैंक लोन सस्ता करने की कोशिश कर रहे हैं।
क्या करें ग्राहक?
- अगर आपका लोन MCLR से जुड़ा है, तो अपने बैंक से EMI रीसेट की जानकारी लें।
- अगर आप नया लोन लेना चाहते हैं, तो PNB या BOI जैसे बैंकों में कम ब्याज दरों के ऑफर देख सकते हैं।
- होम लोन ट्रांसफर पर भी विचार करें, अगर किसी और बैंक में आपको सस्ता ब्याज मिल रहा हो।
निष्कर्ष
PNB और बैंक ऑफ इंडिया द्वारा ब्याज दरों में की गई यह कटौती छोटे स्तर की है, लेकिन इसका असर ग्राहकों की जेब पर जरूर पड़ेगा। अगर RBI आगे चलकर रेपो रेट में भी कटौती करता है, तो आने वाले समय में लोन और भी सस्ते हो सकते हैं। इसलिए मौजूदा और नए लोन लेने वाले दोनों ही ग्राहकों को इस बदलाव पर ध्यान देना चाहिए।
FAQ
Q1. PNB और बैंक ऑफ इंडिया ने किस प्रकार की ब्याज दरों में कटौती की है?
उत्तर: दोनों बैंकों ने MCLR (मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट) में थोड़ी कमी की है। इससे नए और कुछ पुराने लोन की EMI में बदलाव हो सकता है।
Q2. MCLR क्या होता है?
उत्तर: MCLR वह दर है जिस पर बैंक लोन देते हैं। जब बैंक इसे घटाते हैं, तो नए लोन सस्ते हो जाते हैं और पुराने लोन की ब्याज दर भी कम हो सकती है (अगर लोन MCLR से जुड़ा है)।
Q3. इसका असर मेरे होम लोन या पर्सनल लोन पर पड़ेगा?
उत्तर: अगर आपका लोन MCLR से जुड़ा है, तो आपकी EMI थोड़ी कम हो सकती है। अगर लोन फिक्स्ड रेट पर है, तो कोई असर नहीं होगा।
Q4. कितनी कम हुई हैं ये ब्याज दरें?
उत्तर: PNB और बैंक ऑफ इंडिया ने करीब 5 से 10 बेसिस पॉइंट (0.05% से 0.10%) की कटौती की है। यह कटौती अलग-अलग अवधि के MCLR पर हुई है।
Q5. EMI कितनी कम हो सकती है?
उत्तर: यदि आपका लोन ₹30 लाख का है और 20 साल की अवधि का है, तो 0.10% की कटौती से करीब ₹150-₹200 तक की मासिक EMI में राहत मिल सकती है।
Q6. क्या ये कटौती सिर्फ नए ग्राहकों के लिए है?
उत्तर: नहीं, अगर आपका लोन MCLR से जुड़ा है और रिव्यू डेट आ गई है, तो पुराने ग्राहकों को भी इसका फायदा मिलेगा।
Q7. मुझे अपना लोन MCLR से लिंक कराना चाहिए?
उत्तर: अगर आप पुराने बेस रेट या फिक्स्ड रेट पर हैं, तो बैंक से बात कर MCLR या RLLR (repo linked rate) पर शिफ्ट हो सकते हैं। इससे आपकी EMI कम हो सकती है।